आखिर किसने दी थी कानफोड़ू डीजे को अनुमति, अब तक 7 की मौत

सीहोर। देश-विदेश में सीहोर को पहचान देने वाले अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की अगुवाई में बुधवार 6 अगस्त को भव्य कांवड़ यात्रा निकाली गई. यात्रा में ढाई लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के सम्मिलित होने की बात कही जा रही है. आयोजन को लेकर बीते एक महीने से तैयारियां चल रही थी. प्रशासनिक स्तर पर भी कलेक्टर बालागुरू के. द्वारा अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई तो पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला के नेतृत्व में पुलिससिंग की बेहतर व्यवस्था हुई।
हालांकि इस आयोजन में दुखद घटना जो सामने आ रही है, उसमें तीन दिन में अब तक 7 मौतों होना है. आयोजन भव्य रहा तो तैयारियां भी जोरशोर से हो रही थी, जाहिर सी बात है कि प्रशासनिक अनुमतियों से ही सब कुछ हुआ होगा। ऐसे में शहर में जो ज्यादा चर्चा की बात है वह दूर राज्यों से आए खतरनाक डीजे हैं, जिनकी आवाज से टेबिल पर रखे ग्लास हिल रहे तो धक-धक की आवाज से श्रद्धालुओं का दिल भी धक-धक करता रहा। हालांकि आयोजन के बाद इन डीजे को पुलिस ने जब्त कर लिया। लेकिन दुखद यह है कि अब 7 लोगों की जान भी चली गई। इसमें ज्यादातर मौतें दिल का दौरा पडऩे से होना बताई जा रही है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि इन कानफोड़ू डीजे को परमिशन क्यों दे दी?



