शीप-कोलार बांध घोटाला, ‘जल’ के नाम पर ‘खेल’ कर रहे एसडीओ

सीहोर। जिले में स्थित शीप-कोलार परियोजना एक बड़े विवाद के केंद्र में आ गई है. यह परियोजना मूल रूप से इछावर विधानसभा क्षेत्र के लिए पीने के पानी और सिंचाई के लिए आरक्षित है, लेकिन अब इस पर अवैध रूप से पानी दिए जाने और रिश्वतखोरी के गंभीर आरोप लगे हैं.
पूरा मामला बांध परियोजना के एसडीओ पर लगे रिश्वत के आरोपों से जुड़ा है. आरोप है कि एसडीओ ने बुदनी विधानसभा क्षेत्र के किसानों को अवैध रूप से पानी उपलब्ध कराने के लिए बड़ी रकम ली है.
स्थानीय किसानों ने एक वीडियो वायरल कर स्थिति बताई है. उनके अनुसार शीप-कोलार परियोजना से 25 से 30 अवैध पाइपों के माध्यम से नसरुल्लागंज और बुदनी विधानसभा क्षेत्र के खेतों तक पानी पहुंचाया जा रहा है. ये पाइप सायफन से लगाए गए हैं, जो तकनीकी रूप से कैचमेंट एरिया के बाहर पानी देने के नियमों का उल्लंघन है.
स्थानीय किसान पूछ रहे हैं कि जब इछावर विधानसभा के किसानों को सिंचाई के लिए एक बूंद पानी नहीं मिल रहा है तो बुदनी के किसानों को यह सुविधा कैसे दी जा रही है. बुदनी के किसानों ने खुद यह दावा किया है कि उन्होंने साहब को बहुत पैसा दिया है.
इस अवैध पानी निकासी का सीधा असर इछावर क्षेत्र पर पड़ रहा है. गर्मियों के दिनों में इछावर में गंभीर पेयजल संकट पैदा होने की आशंका है, क्योंकि आरक्षित जल भंडार अवैध रूप से बुदनी विधानसभा क्षेत्र में भेजा जा रहा है.
सवाल यह है कि क्या सरकारी अधिकारी निजी लाभ के लिए जनता के हिस्से के पानी को बेच रहे हैं. क्या नियमों को ताक पर रखकर यह गोरखधंधा चल रहा है. इन गंभीर आरोपों पर प्रशासन की ओर से क्या कार्रवाई की जाती है, यह देखना होगा.



