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सियासी बवंडर में फंसे सीहोर के कांग्रेसी, प्रदेश के बड़े नेता मौन!

भोपाल। राजधानी के नजदीक सीहोर जिले में बीते दो दिनों से चल रहा सियासी विवाद अब व्यक्तिगत हमलों तक पहुंच गया है, लेकिन प्रदेश कांग्रेस के बड़े नेता पीसीसी चीफ जीतू पटवारी, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कमलनाथ इस मामले पर पूरी तरह से खामोश हैं। इस चुप्पी ने सीहोर के कांग्रेस नेताओं को अकेला छोड़ दिया है, जिनके एक नेता के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई गई है।
यह पूरा विवाद सोमवार को तब शुरू हुआ जब बस स्टैंड पर राहुल गांधी के एक बयान को लेकर भाजपा और कांग्रेस कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए। इस दौरान हुई बहस और धक्का-मुक्की के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने विधायक सुदेश राय पर मातृशक्ति के सामने अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।
पूर्व विधायक ने बताया काला दिवस
घटना के बाद मंगलवार को पूर्व विधायक रमेश सक्सेना ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने इस दिन को सीहोर की राजनीति में ‘काला दिवस’ बताया। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक रूप से ऐसी भाषा का इस्तेमाल करना विधायक जैसे संवैधानिक पद की गरिमा को ठेस पहुंचाता है। सक्सेना ने राय परिवार के साथ 50 साल पुराने संबंधों का हवाला देते हुए विधायक को संयम बरतने की नसीहत दी।
भांजे राजकुमार ने किया पलटवार
पूर्व विधायक के बयान के बाद राजकुमार जायसवाल ने भी एक वीडियो जारी कर पलटवार किया। उन्होंने बिना नाम लिए पूर्व विधायक पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें राजनीतिक शुचिता का ज्ञान शोभा नहीं देता। जायसवाल ने पंडित प्रदीप मिश्रा का जिक्र करते हुए कहा कि अगर वास्तव में संस्कार और संस्कृति की चिंता होती तो उस कांग्रेस जिला प्रवक्ता को रोका जाता जिसने उनके गुरुदेव के बारे में अनाप-शनाप लिखा और बोला था। उन्होंने कहा कि विधायक सुदेश राय के लिए हर कार्यकर्ता परिवार का हिस्सा है और अगर परिवार के किसी भी सदस्य पर हमला होगा तो उसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
शहर में चर्चा, बड़े नेता मौन क्यों?
इस पूरे घटनाक्रम के बाद से जिले में एक ही चर्चा चल रही है। पार्टी हित के लिए सीहोर के कांग्रेस कार्यकर्ता आगे आए और उन्होंने अपने कांग्रेस कार्यालय के सामने राहुल गांधी के पुतला जलाने को लेकर विरोध जताया। दबी दुबान से कांग्रेसी नेता बोल रहे हैं, यह व्यक्तिगत विरोध नहीं, बल्कि पार्टी हित में था। बावजूद हमारे बड़े नेता मौन है, यह बात ठीक नहीं लगी।

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