भोपाल। लंबे समय से प्रदेश में आईपीएस अफसरों की नई पदस्थापना सूची का किया जा रहा इंतजार बीते रोज हुए तबादलों के बाद भी पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है। इसकी वजह है अभी भी कई पद रिक्त पड़े हुए हैं। इसकी वजह से माना जा रहा है कि अभी एक और आईपीएस अफसरों की सूची जल्द ही आ सकती है। खास बात यह है कि जारी की गई इस सूची में कई अफसरों की नई पदस्थापनाओं ने सभी को चौंका दिया है। इस सूची में कई ऐसे अफसरों की भी नई पदस्थापनाएं कर दी गई हैं, जिन्हें कुछ समय पहले ही पदस्थ किया गया था। इस सूची से एडीजी शहडोल रेंज जी. जनार्दन का नाम गायब होना भी सभी को चौंका गया है। यह वे अफसर हैं, जो कुछ समय पहले एक मामले में विवादों की वजह से बेहद चर्चा में रह चुके हैं। इसी तरह से चार माह बाद ही एडीजी इंदौर से योगेश देशमुख को रुखसत किया जाना भी सभी को आश्चर्यचकित कर गया है। इसी तरह से इस सूची में एक और चौंकाने वाला नाम ए सांई मनोहर का भी है। देशमुख को अब उज्जैन रेंज तो सांई मनोहर को भोपाल रेंज की कमान सौंपी गई है। इसी तरह से भोपाल रेंज से रुखसत किए गए उपेन्द्र जैन की नई पदस्थापना भी चौंकाने वाली रही है। इसकी वजह है उनका रसूख, जिसकी वजह से उन्हें सरकार की पसंद वाला अफसर माना जाता है। इसी तरह से एक और नई पदस्थापना वाले जिस नाम ने सभी को चौंकाया है, वह नाम है हरिनारायण चारी मिश्रा का। उन्हें अब इंदौर रेंज में ही पदस्थ कर दिया गया है। इसके साथ ही वे ऐसे अफसर बन गए हैं, जो इंदौर में विभिन्न पदों पर रहने का रिकार्ड अपने नाम कर चुके हैं। वे इसके पहले इंदौर में ही प्रोबेशनर रहे हैं, बल्कि वहां पर दो बार एसएसपी रहने के बाद अब उसी जगह पर आईजी पदस्थ किए गए हैं।
देशमुख को माना जाता है सीएम की पसंद
एडीजी योगेश देशमुख की कार्यप्रणाली को सीएम बहुत पसंद करते हैं, लेकिन पार्टी के प्रभावशाली नेताओं को उनकी सख्त कार्यशैली रास नहीं आ रही थी, जिसकी वजह से उनकी नई पदस्थापना को मजबूरी माना जा रहा है। यही वजह है कि उन्हें इंदौर से हटाने के बाद भी उज्जैन जैसी रेंज की कमान सौंपी गई है। हालांकि कहा तो यह भी जा रहा है कि उज्जैन रेंज में पुलिस लगातार सख्ती दिखाने में असफल साबित हो रही थी, जिसके चलते ही उन्हें वहां भेजना पड़ा है। उनकी पदस्थापना उज्जैन में होने से माना जा रहा है कि अब रेंज में सक्रिय बड़े ड्रग माफिया पर लगाम लगना तय है।
दरअसल इंदौर में चार माह की पदस्थापना में उनके द्वारा बड़े भू माफिया से लेकर ड्रग माफिया तक पर ऐसा शिकंजा कसा की यह शहर कार्रवाई के मामले में लगातार चर्चा में बना रहा है। उधर साईं मनोहर को उनकी ईमानदारी व काम करने की शैली की वजह से सरकार व पुलिस मुख्यालय की पसंद के चलते भोपाल रेंज की जिम्मेदारी दी गई है। खास बात यह है कि उनकी नई पदस्थापना उपेन्द्र जैन जैसे रसूखदार अफसर की जगह की गई है। जैन को पुलिस हाउसिंग कार्पोरेशन में पदस्थ किया गया है। इसी तरह से इस सूची में एसपी नरसिंहपुर अजय सिंह को हटाने की वजह है उनका सीबीआई में प्रतिनियुक्ति पर जाना।
यह पद अब भी रिक्त
एडीजी सतर्कता और साइबर क्राइम सांई मनोहर को भोपाल रेंज की जिम्मेदारी मिलने से अब यह पद रिक्त हो गया है। इसी तरह से डीआईजी उज्जैन मनीष कपूरिया की पदस्थापना होने से उनका डीआईजी का पद भी रिक्त हो गया है। इसी तरह से पूर्व से रिक्त चल रहे डीआईजी जबलपुर, छिंदवाड़ा, शहडोल रेंज के पदों पर अभी भी किसी की पदस्थापना न किए जाने से यह पद भी रिक्त बने हुए हैं। इस सूची में एकमात्र डीआईजी होशंगाबाद के पद पर जगत सिंह की पदस्थापना की गई है। इसकी वजह से यह तय माना जा रहा है कि जल्द ही सरकार एक और तबादला सूची जारी करेगी।
जनार्दन पर मेहरबानी
इस सूची में शहडोल रेंज के एडीजी जी. जनार्दन का नाम न होना सभी को चौंका रहा है। दरअसल कुछ समय पहले उनका एक आॅडियो जमकर वायरल हुआ था। उसके बाद से माना जा रहा था कि सरकार द्वारा जारी की जाने वाली तबादला सूची में उनका नाम आना तय है, लेकिन एक भाजपा के ताकतवर माने जाने वाले नेता के करीबी होने की वजह से उन पर सरकार ने मेहरबानी दिखाते हुए उन्हें छेड़ना मुनासिब नहीं समझा है। हालांकि इससे सरकार की मंशा को लेकर कई तरह के सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं।