सीहोर। मध्यप्रदेश के अन्य जिलों साथ ही सीहोर जिले में भी बीजेपी जिलाध्यक्ष के नाम का ऐलान होना है। जिलाध्यक्ष को लेकर प्रदेश के कई जिलों में उलझन है, जिसकी वजह से नाम के ऐलान होने में विलंब हो रहा है। माना जा रहा था कि सीहोर जिला तो पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान का गृह जिला है, जिससे यहां जिसे शिवराज जी का आशीर्वाद मिलेगा, वहीं जिलाध्यक्ष बनेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पार्टी की गाइड लाइन की वजह से सीहोर में भी पेंच उलझ गया है तो इधर विधायकों ने भी इस पद को अपनी प्रतिष्ठा बना लिया है।
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी ने जिलाध्यक्ष पद को लेकर गाइड लाइन निर्धारित कर रखी है, जिसमें उम्र, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, रिपिटेशन, रायशुमारी, पैनल, महिला व अन्य शामिल है। इधर सूत्र बताते हैं कि बुदनी विधानसभा में दो जनप्रतिनिधिों का नाम तेजी से उभरकर सामने आया, लेकिन विडम्बना यह है कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों के विरोध की वजह से एक नाम पर थोड़ी मुश्किल आ गई, जो दूसरा नाम सामने आ रहा है, वह रायशुमारी में रखा ही नहीं गया। ऐसे में बुदनी में उलझन है। इधर जिला मुख्यालय की बात करें तो एक नाम तेजी से उभरा, लेकिन उनकी उम्र 59 साल हो रही है, ऐसे में इस नाम पर भी थोड़ी अडचन है। इधर आष्टा विधायक ने भी अपनी पसंद सामने रख दी है। कुल मिलाकर सीहोर जिले में भी जिलाध्यक्ष पद को लेकर उलझन सामने आ गई, अब देखते हैं सीहोर जिलाध्यक्ष कौन बनेगा।