सीहोर. सियासत में धैर्यवान और कान के पक्के होना एक अच्छे राजनीतिज्ञ की पहचान होती है. सीहोर जिले में अनेक ऐसे नेता हैं, जिनमें यह गुण मौजूद हंै. लेकिन जिले में धैर्यवान और कान के पक्के एक नेताजी के पुत्र कान के कच्चे हैं. कान के कच्चे नेताजी के पुत्र की वजह से जिले में प्रशासनिक सिस्टम दुखी हो गया है. ईमानदारी और सजगता से काम करने के बाद भी जिले में प्रशासनिक सिस्टम को ईनाम मिलने की जगह महज गनमैन के कान भरने पर तबादले जैसी सजा मिल जाती है. ऐसे ही एक अधिकारी को तबादला रूपी सजा भुगतना पड़ी है.