सहायक यंत्री की दो वेतन वृद्धि रोकने के दिए निर्देश
सीहोर. प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान की भांति ही सीहोर के कलेक्टर प्रवीण कुमार ङ्क्षसह भी एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं. लापरवाही बरतने वाले ठेकेदार व अधीनस्थ अफसरों पर कलेक्टर प्रवीण कुमार सिंह लगातार कार्रवाई कर रहे हैं. मंगलवार को भी कलेक्टर अचानक से आष्टा विकास खंड के गांवों में जा पहुंचे. लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अंतर्गत पेयजल योजनाओं के चल रहे कार्यों का कलेक्टर निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान ठेकेदारों द्वारा कराए जा रहे गुणवत्ताहीन कार्यों पर नाराजगी जाहिर करते हुए कार्य निरस्त किए तो कुछ ठेकेदारों को कार्य पूर्ण करने की समय सीमा निर्धारित कर अंतिम अवसर दिया गया.
कलेक्टर सिंह द्वारा भ्रमण के दौरान ग्राम भील खेड़ी सडक़ में निर्मित आरसीसी ओवर हेड टैंक एवं संपवेल आदि संरचनाओं का बारीकी से निरीक्षण किया गया तथा टंकी के पास बने वाल्व चेंबर, संपवेल की गुणवत्ता संतोषजनक न पाए जाने पर कॉन्ट्रैक्टर आरके बिल्डर भटिंडा पंजाब को मोबाईल पर चर्चा कर नाराजगी व्यक्त की गई तथा शेष कार्य 15 दिवस में पूर्ण करने हेतु निर्देश दिए गए. उन्होंने वाल्व चेंबर के कार्य को तत्काल निरस्त कर दिया है.
इसी प्रकार कलेक्टर सिंह ने ग्राम मैना, कुंडिया नाथू, खड़ीहाट में कॉन्ट्रैक्टर दल्लु गुप्ता भोपाल के द्वारा किए गए कार्यों का भी निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान कार्य की धीमी गति देखकर तथा पाइप लाईन के रेस्टोरेशन कार्यों को संतोषजनक तरीके से पूर्ण नही पाए जाने पर तत्काल समस्त कार्य निरस्त करने के आदेश कार्यपालन यंत्री पीएचई को दिए गए. इसी प्रकार कलेक्टर सिंह अतरलिया, जावर में पेयजल योजना का कार्य बीएल इंफ्रा अहमदाबाद के द्वारा किए जा रहे कार्य का निरीक्षण भी किया. कलेक्टर सिंह ने निरीक्षण के दौरान कार्य समय सीमा में नही पूर्ण होने पर, एजेंसी के कार्यों के प्रति अप्रसन्नता व्यक्त की है तथा 15 दिवस में कार्य पूर्ण करने का कांट्रेक्टर को अन्तिम अवसर दिया गया. उन्होंने पीएचई विभाग के कार्यपालन यंत्री एमसी अहिरवार को निर्देश दिए कि आष्टा में इन पेयजल कार्यों की एमबी को कलेक्ट्रेट कार्यालय में जमा कराया जाए, ताकि कार्यों का तृतीय पक्ष से सत्यापन कराए जा सके.
सहायक यंत्री आष्टा के द्वारा कराए गए कार्यों की गुणवत्ता संतोषजनक नही पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से दो इंक्रीमेंट रोकने के निर्देश कार्यपालन यंत्री पीएचई को दिए. कलेक्टर सिंह ने सभी कांट्रेक्टर से कहा कि कार्यों की 15 दिवस बाद पुन: समीक्षा की जायेगी.