सीहोर,
बाढ़ पूर्व सभी आवश्यक तैयारियों को दृष्टिगत रखते हुए कलेक्टर चन्द्र मोहन ठाकुर ने नर्मदा नदी के किनारे बसे बाढ़ संभावित गांवों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने उपस्थित अधिकारियों से कहा कि सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पहले ही सुनिश्चित कर ली जाएं । ताकि बाढ़ की स्थिति निर्मित होने पर लोगों तक तत्काल राहत पहुंचाई जा सके। उन्होंने कहा कि आपदा के समय बेहतर प्रबंधन से नुकसान रोका जा सकता है या कम से कम किया जा सकता है। कलेक्टर ने बाढ़ प्रभावित नर्मदा तट के गांव छीपानेर, चोरसाखेड़ी, रानीपुरा, सातदेव, टिंगाली, मंडी, सीलकंठ तथा नीलकंठ सहित अनेक गांवों भ्रमण किया गया।कलेक्टर श्री ठाकुर ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र चिहिन्त हैं। हर साल बारिश के दौरान बाढ़ आने पर युद्ध स्तर पर कार्यवाही करना पड़ता है। राहत कार्य के लिए अनेक उपकरणों एवं सामग्री की आवश्यकता होती है। इन उपकरणों का परीक्षण कर लिया जाये, उन्हें चलाकर देख लिया जाये। इसके अलावा अन्य सभी आवश्यक सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित कर ली जाये। राहत की गतिविधियों को कुशलता से संचालित करने के लिए अनेक विभागों के संयुक्त दल का गठन कर लिया जाये। भ्रमण के दौरान कलेक्टर श्री ठाकुर ने ग्राम वासियों से भी बाढ़ के संबंध में जानकारी लेते हुए ग्रामवासियों से कहा कि अत्याधिक वर्षा होने पर बाढ की संभावना रहती है, इसलिए सभी ग्रामीणजन सतर्क रहें। निरीक्षण के दौरान नसरूल्लागंज जनपद सीईओ वृदांवन मीणा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
“हर घर-एक पौधा अभियान”भोपाल संभागायुक्त कविन्द्र कियावत के "हर घर-एक पौधा" लगाने के निर्देश पर सभी विभागों द्वारा आमजन के साथ मिलकर पौधारोपण किया जा रहा है। इसी कड़ी में कलेक्टर चन्द्र मोहन ठाकुर ने भ्रमण के दौरान छीपानेर, चोरसाखेड़ी, रानीपुरा, सातदेव, टिंगाली, मंडी, सीलकंठ, नीलकंठ, गोपालपुर, सिंगपुर, ससली, रफीकगंज, बसंतपुर, पिपलानी, घुटवानी, इटावा खुर्द सहित अनेक गांवों मे पौधा रोपण किया। पौधारोपण के बाद उन्होंने ग्रामवासियों से पौधा लगाने की अपील करते हुए कहा कि हमारी आने वाली पीढ़ी को स्वस्थ पर्यावरण प्रदान करने के लिए हर व्यक्ति को पौधा लगाना चाहिए। ग्राम ससली में आयोजित पौधरोपण कार्यक्रम में जिला भाजपा अध्यक्ष रवि मालवीय तथा रघुनाथ भाटी सहित अनेक ग्रामवासी उपस्थित थे।