सीहोर.मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर की आशा कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट गेट पर नारेबाजी करके बैठी है धरने पर छह सूत्री मांगों को लेकर 13 दिन से लगातार धरने पर बैठी थी लेकिन कल सीएम शिवराज सिंह चौहान को ग्रेसेस होटल पर ज्ञापन देने पहुंची थी लेकिन उनसे मिलने नहीं दिया कल दिन से लेकर रात तक बाहर इतंजार बैठी रहे और मिलने नही देने दिया इसी आक्रोश में कलेक्ट्रेट गेट पर धरने पर बैठ गई थी जिलेभर की आशा कार्यकर्ता। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ नारेबाजी कर रही है मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
मामा नहीं कसाई है , गौरतलब है कि आशा ऊषा और आशा सहयोगिनी संघ की प्रदेश स्तरीय हड़ताल जारी है, जिसके तहत सीहोर के स्थानीय बाल बिहार ग्राउण्ड में आशा ऊषा एवं सहयोगिनी कार्यकर्ताओं की 6 सूत्रीय मांगों में प्रमुख मांगों को लेकर हड़ताल पर है। जिसके कारण सभी ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाऐं चरमरा गई हैं, वहीं कोविड-19 टीकाकरण अभियान एवं आशा ऊषा कार्यकर्ताओं की सेवाओं के अभावा में गर्भवती महिलाओं की जांचें नही हो पा रही है, माता व नवजात शिशुओं की देखभाल नही हो पा रही है, हाई रिस्क गर्भवती जांचे भी नही हो पा रही है, परिवार नियोजन के साधन का वितरण भी नही हो पा रहा है, टीकाकरण भी 100 प्रतिशत नही हो पा रहा है, बीपी सुगर मरिजों का फॉलव एवं दवाई वितरण आशाओं के द्वारा किया जाता है वह भी नही हो पा रहा है, संस्थागत प्रशव में भी कमी हो रही है, लोग होम डिलेवरी करवाने पर मजबूर हो रहे हैं, आशा द्वारा किये जा रहे सर्वे भी नही हो पा रहे हैं, मलेरिया वाले मरिजों की सिलाईट व दवाई भी नही दी जा रही है, टीवी के मरिजों का भी फॉलव नही पा रहा है, इसी तरह आशा द्वारा दी जाने वाली स्वास्थ्य सेवाऐं चरमरा गई है, इसके बावजूद भी सरकार द्वारा आशा ऊषा और आशा सहोगिनी की मांगों को पूर्ण करने में देरी की जा रही है। जिससे आम जनता स्वास्थ्य सेवाऐं नही मिलने से परेशान हो चुकी है। कलेक्ट्रेट गेट पर पहुंचकर कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने आशा कार्यकर्ताओं का आवेदन लेकर आश्वासन दिया कि आपकी मांगों को लेकर सरकार को यह पत्र भेज दिया जाऐगा ।