भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी ने मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार पर कोविड के संकट काल में में लाखों रुपए खर्च कर पिकनिक की तरह एक आलीशान होटल में आयोजन करने का विरोध किया है। कांग्रेस ने मुख्यमंत्री एवं भाजपा से सवाल किया है कि इससे प्रदेशवासियों को क्या फायदा होगा।
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने बताया कि कोरोना की इस महामारी के संकट काल में मध्यप्रदेश की कैबिनेट की बैठक भोपाल को छोड़कर लाखों रुपए खर्च कर पिकनिक की तरह सीहोर के एक निजी आलीशान होटल में आयोजित की गई।
कांग्रेस ने कहा है कि मुख्यमंत्री व भाजपा नेतृत्व स्पष्ट करें कि ऐसा करने के पीछे क्या औचित्य, प्रदेश का इससे क्या फ़ायदा? क्या पिछली कैबिनेट बैठक के अंदर नर्मदा परियोजना के टेंडर के कमीशन व हिस्से के बँटवारे को लेकर हुए झगड़े सामने आने के कारण इस बैठक को भोपाल से दूर रखा गया? क्या आज की बैठक में भी कोई बड़ा भ्रष्टाचार का खेल खेला गया, जिसके कारण इस बैठक को भोपाल से दूर रखा गया?
कांग्रेस प्रवक्ता सलूजा ने बताया वर्तमान में एक तरफ कोरोना महामारी का संकट का दौर चल रहा है, अभी भी कोरोना का डर खत्म नहीं हुआ है, अभी भी हमें संभलकर चलने की आवश्यकता है। बेहतर होता पहले तो यह मीटिंग वर्चुअल तरीके से होती, लेकिन यदि उसके बाद भी मिलकर यह बैठक करने की आवश्यकता थी तो यह भोपाल में करोड़ों की लागत से बने वल्लभ भवन व अन्य किसी भी सरकारी भवनों में बिना खर्च के हो सकती थी।
सलूजा ने कहा कि हजारों लोगों ने अपनों को खोया है, कई लोग आज भी अस्वस्थ होकर जीवन-मृत्यु से संघर्ष कर रहे हैं और ऐसे में संकट के इस दर्दनाक माहौल में भी शिवराज सरकार अपनी कैबिनेट की बैठक भोपाल छोड़कर, सीहोर के एक आलीशान होटल में लाखों रुपए खर्च कर पिकनिक की तरह आयोजित कर रही है? भाजपा नेताओं को अभी भी पर्यटन ही सूझ रहा है?
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि इस कैबिनेट बैठक में होने वाले लाखों रुपए के खर्च को बचाकर सरकार इसका उपयोग प्रदेश में बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने में लगा सकती थी। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि 15 वर्ष के शासनकाल में भी पूर्व में भी करोड़ों रुपए सिर्फ़ अपने प्रचार-प्रसार, अभियान, आयोजन और खुद की ब्रांडिंग पर खर्च किए हों, प्रदेश को दो लाख करोड़ के कर्ज में धकेला हो, वह यह कैसे कर सकते थे? उन्हें तो सरकारी पैसे को लुटाने की आदत है?
सलूजा ने कहा कि मुख्यमंत्री व भाजपा नेतृत्व यह स्पष्ट करें कि भोपाल के सरकारी भवन छोड़कर सीहोर के आलीशान होटल में लाखों रुपए खर्च कर पिकनिक की तरह आयोजित की गई। सोमवार की कैबिनेट की बैठक से, प्रदेशवासियों को क्या फायदा होगा, इस बैठक का क्या औचित्य और किस कारण से आज की कैबिनेट की बैठक निजी होटल में आयोजित की गई?
कमलनाथ बोले-बेखौफ हैं रेत माफिया
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने अवैध रेत उत्खनन के मामले बढ़ने के आरोप लगाए। नाथ ने ट्वीट में कहा कि शिवराज जी, प्रदेश में इस कोरोना काल में भी अवैध रेत उत्खनन के मामले रोज़ सामने आ रहे है? रेत माफिया बेख़ौफ़ होकर अवैध उत्खनन कर रहे हैं, सुरक्षाकर्मियों व अधिकारियों पर जानलेवा हमले हो रहे है, इन माफ़ियाओ के आगे आपकी सरकार असहाय नज़र आ रही है?
कमलनाथ ने कहा कि चम्बल क्षेत्र में तो इस तरह की घटनाएं रोज़ सामने आ रही है? ना माफिया गढ़ रहे है, ना टंग रहे है, ना नप रहे है? प्रदेश में कोरोना काल में भी माफ़ियाओ का बोलबाला है।