सीहोर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कैबिनेट बैठक में शामिल होने के लिए सीहोर के ग्रेसेस रिसोर्ट पहुंचे, जहां उन्होंने बयान देते हुए कहा कि स्वास्थ्य पूर्ण कार्य के दौरान कामकाज, तीसरी लहर का रोड मैप सहित शिक्षा व राजस्व बढ़ाने पर बैठक में मंथन किया जाएगा।
सीएम शिवराज ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि आत्म निर्भर मध्य प्रदेश के रोड में पर जिस तरह से तेजी से काम चल रहा है पिछले ढाई महीने में कोरोना के कारण वह काम रुक गया था। अब फिर से उसको गति देने पर विचार किया जाएगा। कोरोना के संकट के कारण हमारा रेवेन्यू घटा है। दो ढाई महीने से राजस्व नहीं आया है। इसलिए धन की व्यवस्था कैसे की जाए विकास के काम प्रभावित न हो जन कल्याण की योजना चलती रहे इस पर विचार किया जाएगा। स्वास्थ्य शिक्षा की व्यवस्था पर विचार किया जाएगा किस तरह से टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके प्रशिक्षण का काम जारी रह सके, उसके साथ- साथ किसान माताएं- बहने, गरीब एवं युवा बच्चे हैं उनके कल्याण की योजनाओं पर चर्चा की जाएगी। प्रदेश के विकास और मूल कल्याण के लिए कौन कौन से कदम उठाए जा सकते हैं, उस पर भी विचार किया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराजसिह चौहान ने मंत्रियों के साथ बैठक शुरू करने से पहले उन्होंने
मुख्यमंत्री की चर्चा के प्रमुख बिंदु
– वन ग्राम के रहवासियों को राजस्व ग्रामों जैसी सुविधाएं देना।
– वन ग्रामों का राजस्व ग्रामों में परिवर्तन।
-जनजातीय ग्रामों में स्थानीय देवस्थान एवं परंपराओं का सुदृढ़ीकरण।
-लघु वनोपज के संग्रहण में जनजातीय समुदायों की प्रमुख भूमिका निर्धारित करना।
-अन्य पिछड़ा वर्गों को 27 फीसद आरक्षण दिलाने के संबंध में आ रही समस्याओं का निराकरण करना।
-शासकीय सेवकों को पदोन्नति देने के संबंध में रास्ता निकालना।
-अर्थव्यवस्था सुधारने के लिए राजस्व वृद्धि एवं राजस्व अर्जन के उपाय।
-सार्वजनिक संपत्तियों का सुप्रबंधन।
-सूचना प्रौद्योगिकी तथा मीडिया का प्रभावी प्रयोग कर नागरिकों के साथ जीवंत संवाद एवं संपर्क।
-कोरोना के परिप्रेक्ष्य में मंत्री समूह की अनुशंषाओं का क्रियान्वयन।
-आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के रोड मैप को लागू करना।
-स्थानीय निकायों के निर्वाचन के संबंध में चर्चा।