क्या सरकार पर भारी है ब्लॉक मेडिकल अधिकारी ?
सीहोर – मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा क्षेत्र में नसरुल्लागंज में ब्लॉक मेडिकल अधिकारी मनीष सारस्वत की करना महामारी में बड़ी लापरवाही सामने आयी है। मनीष सारस्वत की लापरवाही को लेकर CHMO सुधीर डेहरिया ने उन्हें नोटिस भी थमाया है। इतना ही नहीं मामला राजधानी भोपाल में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव तक भी पहुंच गया है। CHMO के पत्र के अनुसार मनीष सारस्वत ने कोरोना महामारी में घोर लापरवाही की है जिसका खामियाजा क्षेत्र की जनता को भुगतना पड़ा है। मनीष सारस्वत ने कोरोना जाँच के 1100 सैंपल लेबोलेट्री में जाँच के लिए सीहोर नहीं भेजे। इसके साथ ही BMO द्वारा लेब टेक्नीशियनों को सेम्पल करने से रोका गया। सारस्वत क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में भी शामिल नहीं हुए। SDM द्वारा निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य व्यवस्थाओं में कई कमिया पायी गई थी। यहाँ तक कि BMO मनीष सारस्वत खुद कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं किया । उन्होंने खुद अस्पताल में मास्क नहीं लगाया। BMO अस्पताल में मरीजों का ठीक से उपचार नहीं करते थे। BMO पर OPD टाइम पर अपने निवास पर मरीजों को देखने के भी आरोप लगे है। BMO को पहले भी नोटिस भेजा जा चुका है। जिसका उन्होंने जवाब नहीं दिया है। CHMO द्वारा दूसरा कारण बताओं सूचना पत्र देने के बाद हड़कमप मच गया है। पूरे मामले को लेकर कांग्रेस को भी सरकार को घेरने का मौका मिल गया है।
अर्जुन आर्य, कांग्रेस नेता , गोपाल शर्मा, कांग्रेस नेता
अब देखना यह होगा कि मुख्यमंत्री खुद के विधानसभा क्षेत्र में कोरोना महामारी के दौरान लापरवाही बरतने को लेकर BMO मनीष सारस्वत पर कोई कार्रवाही होगी या फिर कागजो तक सिमटकर रह जाएगी यह तो आने वाला वक्त ही बातयेगा।