सीहोर…पूरे देश में कोरोना संक्रमण को लेकर हाहाकार मचा हुआ है वही लोग बेड ऑक्सीजन के लिए अस्पतालों में परेशान हो रहे थे ,वही इस माहमारी मै आपदा मै अवसर भी तलाश रहे है निजी अस्पताल गौरतलब है कि सीहोर शहर के शुगरफैक्ट्री चौराह निवासी केवलराम कुश्वाह अपने ससुर हरनाम सिंह को कोविड के लक्षण पाए जाने पर इलाज के लिए आयुष्मान कार्ड के लिए पंजीकृत की गई अशासकीय नर्मदा हास्पिटल लेकर पहुंचे थे जहां उन्हें भर्ती कराते हुए आयुष्मान कार्ड दिया, लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने कहा कि यहां 15 हजार रुपये प्रतिदिन बेड चार्ज है, पर आपके पास आयुष्मान कार्ड है। इसलिए 10 हजार रुपये रोज बेड चार्ज लगेगा। जबकि दवा व जांच के पैसे अलग से लगेंगे। खास बात यह है कि नर्मदा अस्पताल में 7 मरीज आयुष्मान कार्ड से इलाज करा रहे है, जिनसे पैसा वसूला जा रहा है। जबकि 6 मई को मुख्यमंत्री ने आदेश जारी कर कलेक्टरों को निर्देश जारी किए गए थे, जिसमें आयुष्मान कार्ड पर निशुल्क उपचार किया जाएगा, लेकिन नर्मदा हास्पिटल में इस आदेश की धज्जियां उड़ाई जा रही है, वहीं एंटी न्यूज ने सीएम के गृह जिले सीहोर के नर्मदा हास्पिटल पहुंचकर पड़ताल की जहां केवलराम कुश्वाह और उनके परिजनों ने पीड़ा जाहिर की। उन्होंने कहा कि आयुष्मान कार्ड के बाद भी हमें बेड चार्ज, सीटी स्केन सहित दवाओं के पैसे देने पड़ रहे हैं। इतना ही नहीं इस अस्पताल में एक एमबीबीएस डॉक्टर हैं, जो यहां आते ही नहीं। जबकि बीएचएमएस डॉक्टर कोविड के मरीजों का इलाज कर रहे हैं। यहां सीएम के निर्देश का पंजीकृत होने के बाद भी खुला उल्लंघन किया जा रहा है।वही बाहर खडें दूसरे मरीज के परिजन रविशंकर राय मिले जिन्होंने बताया कि मेरा छोटा भाई नरेश राय भर्ती है जिसको कोविड हो गए था 15 हजार रु बेड चार्ज ले रहे हैं सिर्फ बाकि दवाएं बाहर से हमें लाना पड़ रही है,मैने मेरी बहन बेटी बहु का जेवर गिरवी रखकर भाई को बचाने के लिए पैसे लिए है एक लाख जो लग चुके है अब हो व्यवस्था भी करनी है भले ही घर बेचना पड़े ,वही रविशंकर राय का यह भी कहना है आयुष्मान काड होने के बाद भी कोई फायदा नही इधर उधर घुमाते है , इस माहमारी मै इस तरह लोग परेशान हो रहे है ओर यह निजी अस्पताल आपदा मै अवसर तलाश रहै है , जब इस पूरे मामले को लेकर सीएमएचओ डॉ सुधीर डेहरिया से बात कि तो उनका कहना है कि यह पूरा मामला संज्ञान में आया है, तत्काल जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।