कोविड की लड़ाई और जिले के कोरोना संक्रमित लोगों के लिये अच्छी खबर यह है कि जिला चिकित्सालय में दो करोड़ रूपये की लागत से हवा से ऑक्सीजन बनाने वाला प्लांट लगाया जा रहा है । निर्माण एजेंसी के इंजिनियरों द्वारा स्थल निरीक्षण कर प्लांट के लिये जरूरी काम शुरू कर दिया गया है। यह प्लांट जल्दी ही बनकर तैयार हो जायेगा। इस प्लांट के बन जाने से न केवल जिले की आवश्यकता के अनुसार ऑक्सीजन की पूर्ति होगी ,बल्कि अन्य जिलों को भी सप्लाई की जा सकेगी। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारीं हर्ष सिंह ने इस प्लांट के बारे में बताया कि कोविड़ की लड़ाई में यह बहुत मददगार साबित होगा। इस प्लांट का पूरा सिस्टम स्वचालित होगा।
यह ऑक्सीजन प्लान प्लांट जिला परिसर में लगाया जाएगा। इसके लिये ऑक्सीजन बनाने वाली मशीन इंस्टॉल की जाएगी । यह प्लांट बिजली से संचालित होगा तथा प्लांट शुरू होने के बाद ऑक्सीजन सर्वप्रथम टंकी में स्टोर होगी। इसके बाद पाइपों के माध्यम से अस्पताल के वार्डों में सप्लाई होगी । ऑक्सीजन की मात्रा स्टोरेज क्षमता से कम होने पर अलार्म बजेगा। इस प्लांट के तैयार हो जाने के बाद ऑक्सीजन की कभी कमी होगी। ऑक्सीजन जनरेटर प्लांट लगाने से आक्सीजन सिलेंडरों को बार-बार रिफिल करने की आवष्यका नहीं पड़ेगी। इस प्लांट के काम शरू करने के बाद पूरे जिले के लिये ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी। इस की खास बात यह है कि इसमें प्लांट में फायर सेफ्टी का भी आटोमेटिक सिस्टम होगा जिसमें फायर स्प्रिंकलर और स्मोक डिटेक्टर लगाने के बाद यहां धुआं अथवा आग की लपटें उठने पर ऑटोमेटिक पानी की बौछारें शुरू होगी जिससे आग को शीघ्र बुझाया जा सकेगा।