जिले के 13 थानों में उर्जा महिला डेस्क का शुभारंभ 31 मार्च को शाम 04.30 बजे होगा
सीहोर …. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चौथी बार मुख्यमंत्री बनते ही अलग एक्शन मै दिखाई दे रहे है महिलाओं के प्रति मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गभीरं है कानून व्यवस्थाओं को लेकर गौरतलब है कि
महिलाओं की शिकायतों को सुनने तथा त्वरित कार्यवाही करने के लिए प्रदेश के थानों में वर्गीकरण के आधार पर 700 उर्जा महिला डेस्क स्थापित करने का निर्णय राज्य शासन द्वारा लिया गया । प्रदेश स्तर पर इसके प्रभावी क्रियान्वयन के निर्देश दिये गये हैं । उर्जा महिला डेस्क का शुभारंभ पूरे प्रदेश में शाम 04.30 बजे एनआईसी- वेबकास्टिंग के माध्यम से उच्च न्यायालय के प्राशासनिक न्यायाधिपति प्रकाश श्रीवास्तव द्वारा किया जाएगा। पुलिस अधिक्षक एसएस चौहान ने 31 मार्च से प्रारंभ होने वाले उर्जा महिला डेस्क के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इन थानों में होगी उर्जा महिला डेस्क
प्रदेश के साथ ही सीहोर जिले के 13 पुलिस थानों में उर्जा महिला डेस्क प्रारंभ की जा रही है । सभी थानों में उर्जा महिला डेस्क के लिए अलग कक्ष, कॉर्नर स्थापित किया गया है। जिले के कोतवाली, इछावर,आष्टा, बुधनी, शाहगंज, नसरूल्लागंज, दौराहा, रेंहटी तथा पार्वती में महिला उप निरीक्षकों को डेस्क प्रभारी नियुक्ति कया गया है। थाना श्मयामपु तथा जावर में महिला सउनि. को उर्जा महिला डेस्क के संचालन का कार्य सोंपा गा है। मण्डी थाना में महिला प्र.आर. एवं गोपालपुर थाना में वरिष्ठ महिला आरक्षक ,इछावर मैं थानाप्रभारी उषा मरावी ने बताया कि इछावर मैं महिला ऊर्जा डेस्क को लीड़ करेगी सब इस्पेक्टर जिनास्तिका धुर्वे ,निशु चौधरी, नेहा यादव इस डेस्क का संचालन करेंगी।
महिला डेस्क के द्वारा संवेदनशीलता के साथ किया जाएगा त्वरित निराकरण
उर्जा महिला डेस्क महिलाओं के संबंध में विशेषज्ञ ईकाई के रूप में कार्य करेंगी। जिसे पूर्ण रूप से महिला पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा संचालित किया जाएगा। डेस्क के माध्यम से थानो में महिलाओ को सौहार्दपूर्ण एवं मित्रवत व्यवहार उपलब्ध कराया जायेगा। इसका प्रमुख उद्येश्य महिलाओं को पुलिस के द्वारा की जाने वाली प्रक्रिया और उनके विधिक अधिकारों से अवगत कराया जाना है। डेस्क में आने वाली महिलाओं की शिकायतों को संवेदनशीलता के साथ सुना जायेगा तथा त्वरित एवं वैधानिक समाधान किया जायेगा। डेस्क में पदस्थ महिला अधिकारी, कर्मचारी महिलाओं की शिकायतों को सुनने के साथ अपराधों की विवेचना संपादित करेंगी। साथ ही पीड़ित महिलाओं को तत्काल सहायता सहयोगी संस्थाओं के माध्यम से उपलब्ध करायेंगी।
यह करेगी उर्जा महिला डेस्क
उर्जा महिला डेस्क विवेचना के साथ ही शिकायतकर्ता को विवेचना के विभिन्न प्रक्रियाओं की जानकारी देगी। महिला की समस्या का सहयोगी संस्थाओं के माध्यम से सहायता उपलब्ध करायेगी। महिलाओं को मेडिकल, आर्थिक तथा पुनर्वास में सहयोग करेगी। महिला अपराध बाहुल्य क्षेत्रों को चिन्हित कर कार्यवाही करेगी। इसके साथ ही जागरूकता कार्यक्रम भी चलाएगी।
यह विभाग मिलकर करेंगे काम
महिलाओं की शिकायतों का त्वरित निराकरण करने में पुलिस विभाग के साथ महिला एवं बाल विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा, विधिक सेवा प्राधिकरण, पंचायत ग्रामीण विकास एवं नगरीय प्रशासन, श्रम विभाग, अनुजाति तथा जनजाति विभाग समन्वित रूप से मिलकर कार्य करेंगे।