सीहोर.. कोरोना के बढते मामलों को देखते हुए प्रशासन ने जिले में धारा 144 लगाई है। सोशल डिस्टिेंसिंग और बिना मास्क लगाने पर कार्रवाई भी हो रही है। धार्मिक आयोजन, जूलूस, जलसे बिना अनुमति के नहीं निकल सकेंगे। पर सीहोर कलेक्ट्रेट में सोमवार को शिक्षकों ने हजारों की संख्या में रैली निकलकर भीड जुटाई। राज्य शिक्षक संघ बैनर तले कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपनी लंबित मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर आदित्य कुमार जैन को सौंपा। इस दौरान बडी संख्या में शिक्षक उपस्थित रहे। संघ के अध्यक्ष विश्वजीत त्यागी ने कहा कि यदि सात दिन में मांगों का निराकरण नहीं होता तो राज्य शिक्षक संघ के बैनर तले जिलेभर के शिक्षक उग्र आंदोलन करेंगे। चाहे धारा 144 ही क्यो न हो।
शिक्षकों ने कर्मचारियों की पेंशन, क्रमोन्नति, पदोन्नति प्रदान करने एवं सीएम राईज विद्यालय नहीं खोले जाने के संबंध में ज्ञापन सौंपा।
इस दौरान बडी संख्या में शिक्षक कलेक्ट्रेट कार्यालय में एकत्रित हुए। उल्लेखनीय है जिले में कोरोना के बढते मामलों को लेकर कलेक्टर अजय कुमार गुप्ता ने धारा 144 लागू की है। बावजूद इसके परिपालन में बडी लापरवाही देखने को मिलकर रही है। जिलेभर में अनेकों स्थानों पर रैली ज्ञापन, धार्मिक आयोजन संचालित हो रहे हैं। जिनमें बडी संख्या में लोग शामिल हो रहे हैं। लेकिन जिला प्रशासन और पुलिस इन आयोजन की रोकथाम को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रहा है।
उल्लेखनीय है कि कोरोना रोकथाम को लेकर कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में जिलेभर के अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक भी आयोजित की गई थी। लेकिन उसका असर भी नहीं दिखाई दे रहा है खासतौर पर बता दूं कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का गृह जिला है और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद लगातार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से तमाम कलेक्टर एसपी को निर्देश जारी किए है कि कोरोना संक्रमण से कैसे बचाया जाए लेकिन देखने को मिल रहा है कि सीहोर जिले में इसका असर नहीं दिखाई दे रहा है।
यह कहते हैं अधिकारी
यह सही है कि धारा 144 यहां पर प्रभावशाली है कोविड 19 को लेकर । पहला हमारा प्रयास रहेगा लोगों को हम जागरूक करेंगे 1 सप्ताह तक लगातार जागरूकता अभियान चलाया जाएगा नहीं समझते हैं तो इसके बाद दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी
समीर यादव एडीएसनल एसपी सीहोर