शाहगंज के सनसनीखेज अंधे कत्ल का खुलासा

सीहोर। पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला के मार्गदर्शन शाहगंज पुलिस ने महज छह घंटे में ही सनसनीखेज अंधे कत्ल का खुलासा कर दिया है। एएसपी गीतेश गर्ग, एसडीओपी बुदनी शशांक गुर्जर के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी शाहगंज निरीक्षक पंकज वाडेकर के नेतृत्व में गठित टीम द्वारा कार्यवाही करते हुए 05 आरोपी को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस के अनुसार 01 जनवरी को फरियादी बद्रीप्रसाद पिता गणेशराम यादव उम्र 45 वर्ष निवासी नीमटोन थाना शाहगंज ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि शाम करीबन 5 बजे में मेहनत मजदूरी करने के बाद मैं, मेरा भाई विष्णुप्रसाद एवं दामाद दीपक यादव घर पर बैठकर खाना खा रहे थे कि तभी गांव के ही रहने वाले योगेश पिता तुलाराम, देव पिता तुलाराम एवं तुलाराम पिता धन्नुलाल यादव पुरानी रंजिश को लेकर मां, बहन की गंदी गंदी गालियां देते हुये हमारे घर के अंदर घुस आये योगेश ने उसके हाथ में लिये हुये छुरे से मेरे भाई विष्णुप्रसाद के सीने में बांयी तरफ मारी एवं देव यादव ने हाथ में ली हुई तलवार जैसी चीज से मेरे सिर मे पीछे मारा योगेश ने मेरे हाथ में छुरे से मारा जिससे मेरे दाहिने हाथ में चोट लगी खून निकलने लगा। इतने में पीछे से पार्वती बाई एवं मायाबाई भी गंदी गंदी गालियां देते हुये हमारे घर में आ गई उन दोनों ने भी विष्णु की पत्नि सीता को मारा, जिससे सीता के दाहिने हाथ में चोट लगी है। विष्णुप्रसाद की हालात गंभीर होने से बुदनी अस्पताल लेकर आये जहां डाक्टर ने बताया कि विष्णुप्रसाद की मौत हो गई है। योगेश यादव, देव यादव, तुलाराम यादव, पार्वती बाई एवं माया बाई ने पुरानी रंजिश को लेकर हमारे घर में घुसकर हमारे साथ तलवार छुरा व लाठी से मारपीट की है जिससे मुझे मेरे दामाद दीपक यादव तथा बहू सीता को चोटे आई है एवं मेरे भाई विष्णु प्रसाद को चोट लगने से उसकी मृत्यु हो गई है।
पुलिस ने इस मामले में महज छह घंटे में ही आरोपियों को गिरफ्तार किया। घटना में प्रयुक्त हथियार चाकू व तलवार को डुंगरिया व नीमटोन रोड के किनारे झाडियो से आरोपियो की निशादेही पर विधिवत जप्त किए गए. गिरफ्तार आरोपियों में योगेश पिता तुलाराम यादव उम्र 24 साल, देव पिता तुलाराम यादव उम्र 22 साल, तुलाराम पिता धन्नुलाल यादव उम्र 50 साल, मायाबाई पति नंदकिशोर यादव उम्र 37 साल, पार्वती बाई पति तुलाराम यादव उम्र 45 साल निवासीगण ग्राम नीमटोन शामिल हैं.
इनकी रही सराहनीय भूमिका
मामले का पर्दाफाश करने में सराहनीय भूमिका एसडीओपी शशांक गुर्जर, निरीक्षक पंकज वाडेकर, उनि दिनेश यादव, उनि पूनम राय, सउनि रंजीत सिंह, प्रआर सचिन जाट, विघासागर, दीपक यादव, नरेन्द्र चौरे, अनुज यादव, आर संजीव राजपूत, संदीप, राकेश, सचिन, दीपक, वैशाली, सैनिक प्रेमनारायण, चिंतामन साहू, विष्णु भागर्व आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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