भोपाल. टीवी पत्रकार बृजेश राजपूत की किताब ऑफ द कैमरा के अंग्रेजी संस्करण की पर चर्चा के दौरान मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा कि पत्रकार और नेता का साथ लोकतंत्र को मज़बूत बनाता है. आज के जमाने में नेता और पत्रकार के बीच आ रही दूरी में विश्वास की कमी नहीं बल्कि बौद्धिकता की कमी के चलते ऐसा हो रहा है.
दिग्विजय सिंह ने जहां किताब को लेकर बृजेश राजपूत की तारीफ की तो वही पत्रकारिता और पत्रकारों को लेकर अपने संबंधों के बारे में खुलकर बताया. दिग्विजय सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं में सेंस ऑफ ह्यूमर नहीं होता अगर बीजेपी नेताओं की बात करें तो सेंस ऑफ ह्यूमर सिर्फ अटल बिहारी वाजपेई में था. इस दौरान दिग्विजय सिंह ने कहा कि वर्तमान राजनीति में अब पहले जैसा नही रही है. इसमें आपसी सम्बन्धो की मर्यादा टूट सी गई है. उन्होंने पूर्व सीएम सुंदरलाल पटवा के जमाने को किया याद किया तो वही ज्योतिरादित्य सिंधिया की प्रशंसा भी की. दिग्विजय सिंह ने कहा कि जहां भी ज्योतिरादित्य सिंधिया रहते है वह वहां ईमानदार रहते है. जब कांग्रेस में थे तो कांग्रेस की तरफ से थे अब बीजेपी में है तो वहाँ ईमानदारी से है. वही अपने बयानों और धर्म को लेकर उन्होंने बेबाकी से कहा कि जो धर्म को नहीं मानते वह मेरी आलोचना करते है. कार्यक्रम में पत्रकार रशीद किदवई और क्लब लिट्रराती की प्रमुख सीमा रायजदा ने भी दिग्विजय सिंह से सवाल किये. पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने पत्रकार ब्रजेश राजपूत की किताब ऑफ द कैमरा में उनके द्वारा लिखी गईं कहानियों को दिलचस्प और शानदार बताया. कार्यक्रम के आयोजक क्लब लिट्रराती और प्रभा खेतान फाउंडेशन रहे. इस अवसर पर भोपाल के कई प्रमुख पत्रकार भी उपस्थित रहे.