सीहोर. कहते हैं पिता की झलक पुत्र में आ ही जाती है. कुछ ऐसा ही नजारा इन दिनों देखने को मिल रहा है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान-साधना सिंह चौहान के पुत्र कार्तिकेय सिंह चौहान में अब तक अपने सीएम पिता की सहजता और शालीनता की झलक देखने को मिल रही थी, लेकिन अब कार्तिकेय सिंह चौहाने में अपने सीएम पिता शिवराज सिंह चौहान का एक और गुर देखने को मिल रहा है. यह गुर शिवराज सिंह चौहान में समाहित गायकी का गुर है. जिस तरह राजनीतिक व धार्मिक मंचों पर सीएम शिवराज सिंह चौहान को भजन गाते सुना जाता है, तो वहीं गुर अब उनके पुत्र में भी देखने को मिला. बीते दिनों गुना विधानसभा में आयोजित भजन संध्या के आयोजन के दौरान कार्तिकेय सिंह चौहान ने माईक थामा और अपनी मां साधना सिंह चौहान से बचपन में सुने गाने को गुनगुनाया.
बता दें मध्यप्रदेश में साल के अंतिम महीनों में विधानसभा चुनाव है. चुनावों को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश में तेजी से सक्रिय हैं, वे हर दिन किसी न किसी जिले का दौरा कर रहे हैं तो वहीं अब राजनीति में अपने पिता का कंधे से कंधा मिलाकर पुत्र कार्तिकेय सिंह चौहान भी साथ निभा रहे हैं. कार्तिकेय सिंह चौहान भी प्रदेश में प्रतिदिन किसी न किसी जिले के दौरे पर जा रहे हैं. इसी क्रम में कार्तिकेय सिंह चौहान गुना जिले की बमौरी विधानभा पहुंचे. यहां उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ चर्चा की उनकी समस्याएं जानी, इसके बाद कार्तिकेय सिंह चौहान बमौरी के विशनबाड़ा गांव में आयोजित खाटूश्याम भजन संध्या के समारोह शामिल हुए.
मां साधना से सुना यह गाना गाया
कार्यक्रम के दौरान श्रद्धालुओं व दर्शकों की मांग पर कार्तिकेय सिंह चौहान ने भी मंच से गाना गाया. हालांकि माईक थामते ही कार्तिकेय सिंह चौहान ने कहा कि वैसे तो मुझे गाने में ज्यादा अनुभव नहीं है, जो पंक्तियां मुझे आती हैं, मेरी मां मुझे सुनाया करती थी बचपन में, वह पूरी मुझे याद नहीं है, लेकिन जितना मुझे याद हैं मैं सुना देता हूं. यशोमति मैया से बोले नंदलाला… राधा क्यों गोरी, मैं क्यूं काला… कार्तिकेय सिंह ने कहा कि आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद. मुझसे ज्यादा अनुभवी गायक यहां पर हैं, मैं आपकी शाम खराब नहीं करुंगा, अपनी आवाज से.
अपनी मां से सुना भजन गाते हैं सीएम
बता दें प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने भजनों के लिए खासे लोकप्रिय हैं. सीएम चौहान भी धार्मिक, राजनीतिक मंचों से धार्मिक भजन गाते हैं. सीएम ने बीते दिनों विदिशा में आयोजित संत धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री की कथा के दौरान भी भजन गाया. भजन के बोल थे.. राम राम भजन सुखदायी, जपो रे मेरे भाई यह जीवन दो पल का. इसी तरह बीते दिनों सांवेर में आयोजित कथा के दौरान सीएम ने यही भजन गाया था. सीएम ने बताया था कि यह भजन मेरी मां मुझे बचपन में सुनाया करती थी. बता दें सीएम भी अपनी मां से सुने हुए भजन को गुनगुनाते हैं तो वहीं कार्तिकेय भी अब अपनी मां साधना सिंह चौळान से सुने भजन गा रहे हैं.