सीहोर. कल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह ग्राम जैत में गांव का गौरव दिवस और नर्मदा जयंती महोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी पत्नी साधना सिंह चौहान के साथ शामिल हुए. कार्यक्रम में जिला मुख्यालय से भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जसपाल सिंह अरोरा भी शामिल हुए. कार्यक्रम के दौरान अरोरा मंच पर ही उपस्थित थे. इस दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. संबोधन की शुरुआत में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपने गांव वालों से भाजपा के वरिष्ठ नेता जसपाल सिंह अरोरा का परिचय कुछ खास अंदाज में कराया. जब सीएम अरोरा का परिचय करा रहे थे, तो अरोरा ने भी खड़े होकर सभी का अभिवादन किया.
जई बक्तरा की धरती पर खूब अनशन किए
कार्यक्रम के दौरान सबसे खास बात यह रही कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने संबोधन के दौरान अपनी क्षेत्रीय भाषा का ही इस्तेमाल किया. सीएम चौहान इते-उते कहते सुनाई दिए. सीएम चौहान ने कहा कि सीएम ने कहा कि अपनी मछवाई भी है अपनी छिदवाई भी है, अपनी डोबी भी है, अपनी पिपरिया भी है. सबई है, एकई क्षेत्र के तो हैं, अपनी धरती है, कर्मभूमि है. साईकिल से घूमे. जई बक्तरा की धरती पर खूब अनशन किए, सीएम चौहान ने कहा कि कोशिश यह है कि कोई कमी न रहने दी जाए. उन्होंने कहा कि बुजुर्गों की इज्जत ही हमारा गौरव है. आज जो कुछ भी हूं इस जैत की माटी की कृपा से हूं, नर्मदा मैया की कृपा से हूं. लोगों को सीख देते हुए कहा कि जितने भी गांव वाले बड़े पदों पर पहुंच गए हैं, उन्हें अपने गांव जरुर आना चाहिए, गांव की तरक्की में हाथ बटाना चाहिए. जैत मेरे रोम-रोम में बसा है, जैत मेरी हर सांस में है. मैं तैरकर नर्मदा जी पार करता था. सीएम ने कहा कि साधना भी जैत की बहू है. उन्होंने कहा कि जब मैं जैत बोल रओ थो, सभी खुश हो रहे थे.