सीहोर. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर के दो विधायक बहुत ही फिक्रमंद है. जनता की समस्याओं को सुनने के लिए इन दोनों विधायकों ने मुख्यालय पर बकायादा कार्यालय खोल रखे हैं. इन कार्यालयों पर विधायक जी मौजूद हो या नहीं, उनका स्टॉफ जरुर मौजूद रहता है. पीडि़त लोग इन कार्यालयों पर पहुंचकर अपनी समस्याओं का आवेदन देते हैं, जिसका निराकरण भी हो जाता है. लेकिन विडम्बना है कि जिले के दो विधायकों के विधानसभा क्षेत्रों में कार्यालय नहीं है. इनकी विधानसभा के मतदाताओं को यदि किसी काम से विधायकों से मिलना हो तो इनके निवास पर ही जाना मजबूरी होता है.
बता दें सीहोर जिला चार विधानसभा क्षेत्र व तीन संसदीय क्षेत्र में आता है. सीहोर जिला भाजपा का गढ़ है. चारों ही विधानसभा सीटों और तीन संसदीय सीटों पर यहां भाजपा काबिज है. विधानसभाओं की बात करें तो सीहोर, बुदनी, इछावर और आष्टा विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं. बुदनी से विधायक स्वयं प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान है, जबकि इछावर से पूर्व राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा विधायक है, इसी तरह सीहोर से सुदेश राय और आष्टा से रघुनाथ सिंह मालवीय विधायक है. इसी तरह तीन संसदीय क्षेत्रों में विदिशा, भोपाल, और देवास ससंदीय क्षेत्र शामिल हैं. विदिशा संसदीय क्षेत्र में इछावर, बुदनी, नसरुल्लागंज, रेहटी क्षेत्र शामिल हैं, जबकि भोपाल संसदीय क्षेत्र में सीहोर विधानसभा, इसी तरह देवास संसदीय क्षेत्र में आष्टा विधानसभा क्षेत्र लगता है. विदिशा सांसद रमाकांत भार्गव तो भोपाल सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर, जबकि देवास से महेन्द्र सिंह सोलंकी सांसद है.
बुदनी-इछावर विधायक के नहीं है कार्यालय
सीहोर विधायक सुदेश राय का जिला मुख्यालय पर विधायक कार्यालय है, जबकि दूसरा कार्यालय वह अहमदपुर ग्राम में खोलने जा रहे हैं. सीहोर विधायक कार्यालय पर प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं. इसी तरह आष्टा विधायक रघुनाथ सिंह मालवीय का भी तहसील मुख्यालय पर हायर सेकेंडरी स्कूल के पास कार्यालय है. लेकिन विडम्बना यह है कि प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान का अपनी विधानसभा क्षेत्र बुदनी में कार्यालय नहीं है. उनकी विधानसभा क्षेत्र के लोगों को समस्याओं के निराकरण के लिए भोपाल स्थित सीएम आवास ही जाना पड़ता है. इसी तरह इछावर विधायक करण सिंह वर्मा का भी तहसील मुख्यालय पर कार्यालय नहीं है. उनकी विधानसभा क्षेत्र के नागरिक उनसे मिलने के लिए इछावर मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर जमोनिया हटेसिंह पहुंचते हैं. ऐसे ही जिले में तीनों ही संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत सांसदों के कार्यालय नहीं है.