सीहोर. नसरुल्लागंज के इम्होटेप अस्पताल में जांच टीम के मुताबिक लगातार लापरवाहियां सामने आ रही है. जांच टीम द्वारा अस्पताल प्रबंधन को दिए गए नोटिस के मुताबिक पाईंट नंबर सात में इम्होटेप अस्पताल में आगजनी से निपटने पर्याप्त इंतजाम नहीं है.
बता दें कि जबलपुर और भोपाल के हमीदिया अस्पताल में हुई आगजनी की घटनाओं के बाद प्रदेश की सरकार खासी अलर्ट हुई थी. सरकारी व निजी अस्पतालों में आग से निपटने के लिए बेहतर इंतजाम के निर्देश दिए गए थे, बावजूद निजी अस्पताल प्रबंधनों द्वारा लापरवाही बरती जा रही है. इसका उदाहरण मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व सांसद रमाकांत भार्गव के गृह जिले सीहोर के नसरुल्लागंज में देखने को मिला. जहां निजी अस्पताल इम्होटेप में आगजनी से निपटने के पर्याप्त इंतजाम नहीं है.
क्या लिखा है पाईंट नंबर 7 में
जांच समिति द्वारा अस्पताल प्रबंधन को दिए नोटिस में पाईंट नंबर सात के मुताबिक अस्पताल में फायर एनओसी उपलब्ध कराये जाने पर प्रोविजनल (6100005529/एफएनओसी/सीओएल/2022/3412 12 जुलाई 2022) एनओसी उपलब्ध करायी गई जो कि नियम अनुसार वैद्य नहीं है एवं समिति को आपके अस्पताल में इमरजेंसी फायर निकास द्वारा भी नहीं मिला. कहीं न कहीं अस्पताल प्रबंधन द्वारा शासन के निर्देशों की अवहेलना की जा रही है.