सीहोर…जम्मू कश्मीर के नजदीक कुपवाड़ा में अपने कर्तव्य पर रहते हुए शहीद 6आर आर के जवान लोकेंद्र सिह ठाकुर का शरीर सीहोर जिले के गवाखेडा गांव में लाया गया। यहां सेना ने पूरे सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया।
शहीद को मुखाग्नि पिता कमलसिंह ठाकुर ने दी। घर पर शहीद के माता पिता एंव उसकी पत्नी हैं। शहीद की एक झलक पाने के लिए सुबह से ही मौके पर हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे।
इस दौरान माहौल काफी गमगीन हो गया और मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने आतंकवाद मुर्दाबाद के नारे लगाए गए। जब तक सूरज चांद रहेगा लोकेंद्र तेरा नाम रहेगा, भारत मां की जय जैसे नारों के साथ इलाका गूंज उठा।गवाखेडा गांव में शहीद लोकेंद्र का शव सुबह दस बजकर 25 मिनट पर पहुंचा वहां हजारों की भीड़ शहीद का एक झलक पाने के लिए बेताब थी। सेना के जवानों ने शव को सम्मान के साथ गाड़ी से निकाला और अपने कंधों पर उठाकर लोकेंद्र के घर पर ले गए जहां उन्होंने शव को आंगन में रख दिया।
इससे पहले गांव के लोग पलकें बिछाए अपने जांबाज बेटे का इंतजार कर रहे थे। बेटे को तिरंगे से लिपटे देख सबकी आंखों में आंसू आ गए।
शहीद लोकेंद्र की बुजुर्ग माता-पिता के मुंह से बेटे की शहादत पर शब्द नहीं फूट रहे थे। वही उसकी पत्नी के रो रो कर बुरा हाल हो गए ।नम आंखों से सभी ने जांबाज बेटे को आखिरी विदाई दी। जैसे ही लोकेंद्र का शव गांव पहुंचा मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ,पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा भाजपा विधायक रघुनाथ मालवीय जिला अध्यक्ष रवि मालवीय सहित जनप्रतिनिधि प्रशासन गांव पहुंचकर सभी ने श्रद्धांजलि दी।
लोकेंद्र सिंह ठाकुर के पूरे परिवार में सिर्फ एक लोता बेटा था इनके पिताजी कमल सिंह ठाकुर किसान हैं जिनके पास 4 एकड़ जमीन है अभी शादी को 1 साल ही हुआ था 4 साल पहले फौज में गए थे