सीहोर। मॉडल बुधनी सीएम शिवराज सिंह चौहान का ड्रीम प्रोजेक्ट है साथ ही शिक्षा स्तर सुधारने और बच्चों को ज्ञान, कौशल और संस्कार देने के लिए शिवराज सरकार प्रदेश में सीएम राइस स्कूल योजना लाई है। जिसके लिए भारी भरकम बजट भी प्रस्तावित है।
जिले में हर 15 किमी के बाद यह स्कूल सर्वसुविधायुक्त स्कूल बनाए जाने की योजना तैयार की जा रही है। लेकिन शिक्षा स्तर की बात करें तो खुद सीएम शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा क्षेत्र बुधनी में हालत बदतर हैं। बुधनी-नसरुल्लागंज ब्लाक के अधिकांश शासकीय विधालय प्रभारी प्राचार्यों के भरोसे हैं। दोंनो ब्लाकों में माध्यमिक और हाईस्कूल 114 कुल विद्यालय हैं जिसमें से सिर्फ 6 विद्यालय में ही नियमित प्राचार्य हैं तो वहीं 108 विद्यालय प्रभारी प्राचार्य के भरोसे संचालित किए जा रहे हैं। ऐसे में विद्यार्थियों की शिक्षा गुणावत्ता पर काफी असर पड़ रहा है।
हाईस्कूलों में नहीं एक भी नियमित प्रचार्य
शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक बुधनी नसरुल्लागंज ब्लाक में कुल 51 उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हैं जिसमें से सिर्फ 6 में ही नियमित प्राचार्य हैं। वहीं हाईस्कूलों की संख्या कुल 57 है एक भी हाईस्कूल में इस समय नियमित प्रचार्य नहीं है। लंबे समय से बुधनी क्षेत्र में यही स्थिति बनी हुई है दूरस्थ्य आदिवासी अंचलों की बात करें तो यहां कोई जाना नहीं चाहता जबकि अधिकांश शिक्षक नगरों में ही अपनी सेवाए देना चाहते हैं।
पदोन्नती न होना, तैयारी चल रही है
इसका मुख्य कारण प्राचार्यों का सेवानिवृत्त होना और पदोन्नत न होना संचानालय स्तर पर तैयारी चल रही है, वरिष्ठता के क्रम में सूची तैयार कर पद भरने की तैयारी चल रही है।
एसपी बिसेन, तत्कालिक डीईओ सीहोर
जल्द ही पद भरे जाएंगे
इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा हुई है जल्द ही सभी विद्यालयों में पद भरे जाएंगे।
हर्ष सिंह, सीईओ, जिला पंचायत सीहोर