सीहोर..25 मार्च 2020 को लॉकडाउन लगने के बाद संक्रमण की पहली लहर शुरू हुई थी, जिससे शहरी सहित ग्रामीण क्षेत्र के कई गांव प्रभावित हुए था, लेकिन जागरूकता के चलते लोगों ने खुद के साथ ही परिवार व गांव को भी सुरक्षित किया था, वहीं जब दूसरी लहर आई तो संक्रमण इतनी तेजी से बढ़ा की कई लोगों ने अपनों को खो दिया। साथ ही गांव में भी संक्रमण ने पैर पसार लिए। बावजूद इसके गाइड लाइन का पालन करते हुए सीएम के गृह जिले में 1031 गांव व 497 ग्राम पंचायतों में से 886 गांव इनमें जहां घनी आबादी होने के बाद भी अब तक कोरोना संक्रमण का एक भी केस नहीं पहुंचा था। इसका प्रमुख कारण कोरोना गाइड लाइन का पालन कर दूरी बनाकर कोरोना संक्रमण को गांव से दूर रखा है।जैसें चदेंरी,सतरामऊ ,बडोदियागाडरी,खेरी ,बलोड़िया कई गांवों में जहां लोगों ने खुद को घरों में कैद किया, मास्क सैनिटाइजर का उपयोग किया, तो कई गांवों में आयोजनों को निरस्त करते हुए गांव में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया, जिससे ऐसे दौर में भी संक्रमण से दूर है एंट्री न्यूज से खास बातचीत करते हुए जिला पंचायत सीईओ हर्ष सिंह का कहना है कि जहां ग्रामीण खुद गाइड लाइन का पालन कर रहे हैं, वहीं जिला प्रशासन, राजस्व, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, आंगनबाड़ी, स्व सहायता समूह की महिलाएं, वालेंटियर सहित जनप्रतिनिधि, समाजसेवी व जागरूक लोग लगातार ग्रामीणों को कोरोना गाइड लाइन का पालन करा रहे हैं, वहीं ग्रामीण खुद भी एहतियात बरत रहे हैं। यही कारण है कि अब तक कई ग्राम पंचायत व गांव में कोरोना संक्रमण नहीं पहुंचा है।मै खुद मानिटरिंग भी करता हूँ समय समय पर जाकर फिल्ड मैं ,ओर तीसरी लहर के लिए भी तैयारी जारी है ।