कोविड-19 कोरोना वायरस के संक्रमण की दूसरी लहर से वर्तमान में लगभग पूरा प्रदेश जूझ रहा है। विशेषकर बड़े और महाराष्ट्र बार्डर से लगे हुये जिलों में शासन-प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग का अमला और आम जन संक्रमण से बचाव का लगातार प्रयास कर रहे हैं । देश भर के साथ ही प्रदेश में नोवल कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बीमारी की रोकथाम एवं बचाव के लिये हमारे कोरोना फाइटर्स दिन रात जान की बाजी लगा रहे हैं। इनमें छिन्दवाड़ा जिले के कोरोना फाइटर्स भी पीछे नहीं हैं, बल्कि पूरी लगन और निष्ठा से कोरोना संक्रमण की इस दूसरी लहर से जंग में भी योध्दा की भूमिका निभा रहे हैं। इन्ही में से एक स्टाफ नर्स श्रीमती विनीता एफ्रॉईम है, जो कोरोना के पॉजिटिव मरीजों के बीच में रहकर लगातार अपनी स्वास्थ्य सेवायें देते हुये समर्पित कोरोना योध्दा की भूमिका निभा रही हैं। उनके द्वारा निष्ठापूर्वक किये जा रहे कोरोना के पॉजिटिव मरीजों के बीच में रहकर लगातार अपनी स्वास्थ्य सेवायें देने के जोखिम भरे कार्य के लिये उनकी सर्वत्र सराहना की जा रही है और स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें बधाई दी है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.जी.सी.चौरसिया ने बताया कि जिला चिकित्सालय के तीसरे तल पर कोविड-19 के एच.डी.यू. वार्ड में विगत एक वर्ष से स्टाफ नर्स श्रीमती विनीता एफ्रॉईम कोरोना के पॉजिटिव मरीजों के बीच में रहकर निरंतर अपनी स्वास्थ्य सेवायें प्रदान कर रही हैं । श्रीमती एफ्रॉईम द्वारा अत्यंत जोखिम भरा कार्य भी पूरी निष्ठा और समर्पण से किया जा रहा है जिसके परिणामस्वरूप कई संक्रमित मरीज स्वस्थ होकर अपने घर को लौट रहे हैं। अपनी ड्यूटी के दौरान वे कोविड-19 के पॉजिटिव मरीजों से उनकी समस्या पूछती हैं और उन्हें परामर्श देकर उनका मनोबल बढ़ाने का कार्य भी करती हैं। स्टाफ नर्स श्रीमती एफ्रॉईम के परिवार में उनके पति संदीप एफ्रॉईम, उनकी वृध्द माँ और सास तीनों कोरोना से संक्रमित है और उनके घर में 14 वर्ष की उनकी बेटी अकेली है। इसके बावजूद भी उनके द्वारा परिवार के लोगों को संक्रमण से बचाने के साथ ही अपने घर पर कोविड-19 के पूरे प्रोटोकॉल का पालन करते हुये निरंतर पूर्ण निष्ठा एवं सेवाभाव से कोविड-19 के पॉजिटिव मरीजों को स्वास्थ्य सेवायें देने का सराहनीय कार्य कर रही हैं ।