भोपालः मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) के बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान (Karthikey Singh Chauhan) अब सक्रिय राजनीति में एंट्री ले चुके हैं. कार्तिकेय पूरे मध्य प्रदेश में बीजेपी का एक युवा चेहरा बनकर उभरे हैं. अब तक केवल अपने पिता के विधानसभा क्षेत्र बुधनी तक सक्रिय रहने वाले कार्तिकेय अब पूरे प्रदेश में सक्रिय होकर बीजेपी की तरफ से राजनीति कर रहे हैं. हाल ही में जिस तरह से प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों में कार्तिकेय ने सभी बीजेपी प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार किया, उससे वे एक मजबूत युवा नेता के तौर पर उभरे हैं. इसके अलावा जिस तरह से उन्होंने बुधनी में आयोजित क्रिकेट टूर्नामेंट का उद्घाटन ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) से करवाया, इससे उन्हें लोग अभी से राजनीति में लंबी रेस का घोड़ा मान रहे हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कार्तिकेय चौहान राजनीति के क्षेत्र में अपने पिता की जगह किसी दूसरे नेता को अपना प्रेरणास्त्रोत मानते हैं.
ये नेता हैं कार्तिकेय के प्रेरणास्त्रोत
दरअसल, हाल ही में एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कार्तिकेय चौहान ने अपने निजी और राजनीतिक जीवन पर बातचीत की, जब कार्तिकेय से सवाल किया गया कि वे राजनीति में अपना आदर्श किसे मानते हैं. तो कार्तिकेय का जवाब था कि वे भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (atal bihari vajpayee) को अपना आदर्श मानते हैं. कार्तिकेय ने कहा कि “वह बचपन से ही अटल बिहारी वाजपेयी को सुनते आए हैं. इसलिए अटलजी ही उनके आदर्श है. अटलजी ने जिस तरह से देश के लिए काम किया, इसलिए वह भी उनकी ही राह पर चलना चाहते हैं.” कार्तिकेय ने बताया कि एक वह अपने पिता शिवराज सिंह चौहान से जिंदगी की सभी बारिकियां सीख रहे हैं लेकिन अटलजी का दिखाया हुआ मार्ग भी उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है.
CM का बेटा होना मेरा गुनाह नहींः कार्तिकेय
वहीं जब कार्तिकेय से पूछा गया है कि उन पर भी वंशवाद का आरोप लगता है, जिस पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का बेटा होना कोई गुनाह नहीं है. वह बीजेपी के एक कार्यकर्ता है और कार्यकर्ता के तौर पर ही पार्टी में काम कर रहे हैं. कार्तिकेय ने कहा कि जिस तरह से किसी नेता के बेटे को उठाकर सीधे पद पर बैठा दिया जाता है, उनकी नजर में वह वंशवाद है. लेकिन अपना खुद का मुकाम बनाना किसी तरह का वंशवाद नहीं होता है. कार्तिकेय ने कहा कि अगर उन्हें पार्टी में कोई पद मिलेगा तो वे उसे जरूर स्वीकार करेंगे और अपने राजनीतिक जीवन को आगे बढ़ाएंगे.
पावर किसी पद में नहीं होती
कार्तिकेय सिंह चौहान ने कहा कि वे बीजेपी में किसी पद के लिए नहीं आए हैं, क्योंकि पावर किसी पद में नहीं होती है, पावर इंसान के अंदर होती है. महात्मा गांधी, स्वामी विवेकानंद और भगत सिंह के पास कोई पद नहीं था. लेकिन उनकी पावर क्या थी यह पूरा देश जानता है. इसलिए वे पद की लालसा रखते ही नहीं है, बस राजनीति के माध्यम से जनसेवा करना चाहते हैं.
राजनीति के चलते अपने इस सपने से दूर होते जा रहे हैं कार्तिकेय
कार्तिकेय सिंह चौहान ने कहा कि वे वकालत के स्टूडेंट रहें हैं और वकालत से उन्हें बहुत लगाव है, लेकिन राजनीति में आने के बाद वे अपने इस सपने से दूर होते जा रहे हैं. हालांकि उनका कहना है कि वे एक लॉ फर्म बनाएंगे और राजनीति में रहकर भी वकालत से जुड़े रहेंगे. वहीं जब कार्तिकेय से चुनाव लड़ने का सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि वे चुनाव जरूर लड़ेंगे. लेकिन जब पार्टी उन्हें चुनाव लड़ने के लिए कहेगी तभी वे चुनाव लड़ेंगे.
ये हैं कार्तिकेय के पसंदीदा एक्टर
वहीं जब कार्तिकेय से पूछा गया कि उनका पसंदीदा एक्टर कौन है, तो उन्होंने बताया कि पंकज त्रिपाठी और नवाजुद्दीन सिद्दिकी उनके पसंदीदा एक्टर हैं, वे उनकी फिल्मे देखना पसंद करते हैं. इसके अलावा कार्तिकेय से उनकी शादी को लेकर भी सवाल किया गया. जिस पर कार्तिकेय ने कहा वह फिलहाल 26 साल के ही है और शादी के लिए उनके पास काफी टाइम हैं.
दादा-दादी की स्मृति में कराया था क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन
हाल ही में कार्तिकेय सिंह चौहान ने अपने पिता सीएम शिवराज सिंह चौहान के गृह विधानसभा क्षेत्र बुधनी में अपने दादा-दादी (प्रेम सिंह चौहान, सुंदर बाई चौहान) की स्मृति में क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन कराया था. जिसका उद्घाटन उन्होंने बीजेपी के दिग्गज नेता और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया से करवाया था. जबकि टूर्नामेंट का समापन उनके पिता और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया था. खास बात यह है कि इस दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कार्तिकेय की जमकर तारीफ की थी.
तेजी से राजनीति में सक्रिय हो रहे हैं कार्तिकेय
कार्तिकेय सिंह चौहान तेजी से राजनीति में सक्रिय हो रहे हैं. जहां भी पार्टी का युवा सम्मेलन होता है उसमें कार्तिकेय सिंह चौहान नजर आते हैं. वे लगभग प्रदेश के हर जिले का दौरा कर रहे हैं, जिससे कार्तिकेय सिंह चौहान अब बीजेपी का एक उभरता हुआ युवा चेहरा बन गए हैं.