सीधी/रीवा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नहर में बस दुर्घटना के पीडि़त परिवारों से मिलने पहुंचे। रामपुर नैकिन में अनिल कुमार गुप्ता के घर पहुंचे और परिवार को सांत्वना दी कि जो व्यक्ति हादसे का शिकार हो गए उन्हें वापस तो नहीं ला सकते लेकिन दु:ख की इस घड़ी में सरकार पीडि़त परिवारों के साथ खड़ी है।
इस बीच अनिल ने बताया कि हादसे में उनकी पत्नी पिंकी और दो वर्ष का पुत्र अथर्व की मौत हो गई है। जबकि पिता सुरेश प्रसाद गुप्ता को बचाया जा सका है। उन्होंने मुख्यमंत्री के सामने हाथ जोड़कर कहा कि यह घटना मेरे साथ तो हो गई, जिसमें मेरा सबकुछ तबाह हो गया। इस दर्द को मैं समझ रहा हूं, इसलिए आपसे अनुरोध है कि ऐसा दर्द किसी और परिवार को नहीं सहना पड़े, उन्हें बचा लीजिए।
अनिल गुप्ता ने बताया कि छुहिया घाटी में आए दिन जाम लग रहा है, जिससे वाहन वैकल्पिक मार्गों से जा रहे हैं। घटना के समय भी घाटी में ट्रक फंसा था तो जाम लगा था। जिसके चलते नहर के किनारे के रास्ते को ड्राइवर ने चुना और दुर्घटना हो गई जिसमें कई घरों के चिराग बुझ गए।
अनिल ने यह भी मुख्यमंत्री को बताया कि सीमेंट कंपनी के ट्रकों का आना-जाना दिनभर होता है, जिससे सड़क खराब हुई है, कंपनी की भी जवाबदेही तय हो कि गड्ढे तो भरवा ही सकती है।
मायके जा रही थी पिंकी
हादसे में मृत हुई पिंकी अपने दो साल के बेटे अथर्व और ससुर सुरेश प्रसाद के साथ मायके नागौद जा रही थी। वहां दादी का निधन हो गया था, तेरहवीं के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जा रही थी। रास्ते में ही हादसा हो गया। ससुर को पानी से निकाला गया था, हाथ में चोट आई है, जिन्हें रामपुर नैकिन के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया है।
सात लाख का चेक दिया
मुख्यमंत्री ने अनिल गुप्ता को सात लाख रुपए का चेक दिया है। साथ ही आश्वासन दिया है कि आगे भी जो भी संभव मदद होगी सरकार करने को तैयार है। परिवार के लोगों ने कहा कि कोई ऐसी व्यवस्था दी जाए जिससे आगे का जीवन निर्वहन होता रहे।