सीहोर
कार्यकर्ताओं ने नर्मदा में मशीनों से हो रहे उत्खनन का मुद्दा उठाया
नर्मदा बचाओ आंदोलन की सक्रिय सदस्य गीता के नेतृत्व में शनिवार को कार्यकर्ता नर्मदा नदी के विभिन्न घाटों पर गए और वहां पर हो रहे उत्खनन को देखा। इनका कहना है कि मशीनों से रेत का उत्खनन किया जा रहा है। इसके विरोध में 18 फरवरी को कार्यकर्ता प्रदर्शन करेंगे।
नर्मदा बचाओ आंदोलन के कार्यकर्ताओं का कहना है कि जेसीबी से नर्मदा में रेत का उत्खनन किया जा रहा है। नर्मदा की तलहटी से जेसीबी से रेत निकाल रही हैं। अवैधानिक रूप से मशीनों से रेत उत्खनन करने वालों के खिलाफ सरकार सख्त कार्रवाई नहीं कर रही है। नर्मदा बचाओ आन्दोलन की सक्रिय सदस्य गीता के नेतृत्व में शनिवार को टीम के सदस्य प्रह्लाद दास बैरागी, विनिशा, सरोज, शारदा, सुमन, निलेश, हिमांशु, राहुल मीणा और पुष्पा ने बुधनी विधानसभा क्षेत्र के बड़गांव घाट पर पहुंचकर निरीक्षण किया है।
टीम के सदस्य प्रह्लाद दास बैरागी ने कहा कि नर्मदा का वास्तविक आस्तित्व ही खतरे में पड़ गया है। उनका कहना है कि जिला प्रशासन कार्रवाई नहीं करता है। नर्मदा को बचाने के लिए 18 फऱवरी को कलेक्टोरेट में कार्यकर्ता प्रदर्शन करेंगे।