सीहोर। आजीविका ग्रामीण मिशन नाबार्ड व ग्राम पंचायत वीरपुर के सहयोग से कोलार हेरीटेज का चार चरणों में विकास करने जा रहा है। इससे यहां पहुंचने वाले भोपाल, सीहोर सहित अन्य जिलों के पर्यटकों के लिए होम स्टे, ट्रेकिंग, सेल्फी पाइंट सहित वोटिंग का आनंद मिलेगा, वहीं स्थानीय लोगों के लिए आदिवासी संस्कृति से जुड़ा हुआ हाट बाजार मिलेगा, जिसमें जैविक सब्जियों के साथ ही आदिवासी संस्कृति से जुड़े उत्पाद भी मिलेंगे। इतना ही नहीं पर्यटकों को हजारों एकड़ में फैले वन क्षेत्र की 100 फीसद शुद्ध आक्सीजन मिलेगी।
पर्यटन एवं रोजगार सृजन के लिए नए अवसर आदिवासी क्षेत्र में विकसित होंगे। प्लान के अनुसार बजट स्वीकृति व उपलब्धा के साथ ही हर चरण में विकास किया जाएगा। पहले चरण में नाबार्ड व ग्राम पंचायत से 20 लाख रुपये से हाट बाजार तैयार होगा, वहीं दूसरे चरण में कॉजेट तैयार होंगे, जिसमें स्थानीय लोगों को ऋण उपलब्ध कराकर उनकी जमीन में चिहिंत जगहों पर तैयार कराए जाएंगे। तीसरे व चौथे चरण में मप्र टूरिज्म की राशि से साइकिलिंग ट्रेक, सेल्फी पाइट, वोटिंग आदि का विकास किया जाएगा, जिसमें लोगों को ऊंट, घोड़े की भी व्यवस्था रहेगी।
जैविक सब्जियों के साथ आदिवासी संस्कृति से जुड़े उत्पाद मिलेंगे
पहला चरण: कोलार डेम पर सबसे पहले हाट बाजार का विस्तार किया जाएगा, जिसमें 5 हजार वर्ग फीट में 12 से 15 दुकानें, पानी के टेंक, शेड, ओपन शेड बनाए जाएंगे। जहां वीरपुर ग्राम पंचायत के कोलार सहित 25 गांव के आदिवासी संस्कृति से जुड़े उत्पाद व जैविक सब्जियां यहां विक्रय करेंगे। इस बाजार में आदिवासी जनजाति से जुड़े तीर-कमान, पोषाक, मांद सहित अन्य सामग्री भी उपलब्ध होगी।
होम स्टे से संवरेगी ग्रामीणों की तकदीर
दूसरा चरण: योजना के तहत कोलार डेम सहित ऐसी लोकेशन पर मिट्टी व घासपूस से काॅटेज तैयार करेंगे, जिसमें स्थानीय चित्रकला सहित मिट्टी से सजी हुई दिवाल पर आकृतियां विभिन्न रंगो से सजी रहेंगी। हालांकि जगह की कमी व फारेस्ट की भूमि होने से स्थानीय लोगों को इसमें जोड़ा जाएगा, जो इन कॉटेज का संचालन करेंगे। यहां आने वाले पर्यटक न सिर्फ रुक सकेंगे। साथ ही स्थानीय भोजन का लुत्फ भी पैसे देकर उठा सकेंगे। इस क्षेत्र में पर्यटकों के ठहरने से ग्रामीणों की तकदीर संवरेगी।
साइकिलिंग व सेल्फी पाइंट होंगे खास
तीसरा चरण: कोलार डेम पर आने वाले पर्यटक अब तक आम रास्तों से बेहतरीन लोकेशन देखकर लौट जाते थे, जिनके लिए अब जगह क्षेत्र में ट्रेक तैयार किया जाएगा, जहां वह साइकिलिंग से ज्यादा क्षेत्र में घूम सकेंगे। साथ ही इन ट्रेक पर पड़ने वाली लोकेशन पर सेल्फी पाइट भी बनाए जाएंगे, जहां पर्यटक फोटोग्राफी कर सकेंगे। साथ ही इस ट्रेक में कुछ प्राकृतिक झरने भी शामिल रहेंगे।
मोटर वोट से टापुओं पर पहुंच सकेंगे पर्यटक
चौथा चरण: 29 किमी जलाशय क्षेत्र में फैले कोलार डेम के बीचों-बीच टापू बने हुए हैं, जो दूर से देखने में बेहद आकर्षक हैं। अब यहां पहुंचने के लिए मोटर वोट की सुविधा शुरू की जाएगी। साथ ही इन टापुओं का भी विकास होगा, जिससे लोग न सिर्फ वोटिंग का आनंद ले सकेंगे। साथ ही टापू को भी पानी के बीच में जाकर देख पाएंगे।