सीहोर। कर्मचारियों की कारगुजारियों के चलते जिला पंचायत हमेशा चर्चा में बना रहता है। वाटरशेड या फिर खेल मैदान गायब होना, योजनाओं में अनियतिताओं को लेकर आए दिन शिकायतें होती रहती हैं। अब विभाग सुर्खीयों में हैं लेखाधिकारी को लेकर। जहां सीईओ हर्ष सिंह ने एक शिकायत पर जांच उपरांत लेखाधिकारी अल्पना ओझा पद से हटा कर मामले को वित्त विभाग भोपाल प्रेषित किया है साथ ही लेखाधिकारी के तबादले के लेकर भी उन्होंने एक पत्र लिखा है।
जानकारी के मुताबिक जिला पंचायत सीहोर में पदस्थ लेखाधिकारी अल्पनो ओझा के खिलाफ वंदना आफसेेट संचालक विजय गुप्ता ने शिकायत करते हुए बताया था कि मप्र स्थापना दिवस 2018, 15 अगस्त 2018, 26 जनवरी 2019 के आयोजन पर उनके द्वारा प्रिङ्क्षटग कार्य किया गया था। सत्यापित बिल विभाग मेें प्रस्तुत किए गए जिनका भुगतान नहीं किया गया। लेखाधिकारी द्वारा इस विषय में गोलमोल जबाव दिया गया। गुप्ता ने आरोप लगाते हुए कहा था कि लेखाधिकारी द्वारा बिल भुगतान के एवज में उनसे 5 हजार रुपए की मांग की गई थी।
ेइसी प्रकार 23 दिसंंबर 2020 को एचबी सल्यूसन कंप्यूटर सेंटर संचालक ने भी बिल भुगतान न होनेे ेपर लेखाधिकारी की लिखित शिकायत सीईओ जिला पंचायत हर्ष सिंह से की थी।
आरईएस कार्यपालन यंत्री द्वारा भी एक शिकायत 29 दिसंबर 20220 को लेखाधिकारी की हुई थी जिसमें उन्होने बताया था कि मुख्यमंत्री घोषणा कार्यो के बैकर्स चेक के संबंध में चर्चा के दौरान लेेखाधिकारी द्वारा कहा गया है कि बैंकर्स चेक देनेे का प्रावधान नहीं हैं मैें इसकी समीक्षा करुंगी और कहा कि इस कार्य के लिए कुछ लगेगा।
पद से हटा दिया गया है
इस मामला में जिला पंचायत सीईओ सीहोर हर्ष सिंह का कहना है कि चार शिकायत मिली थी। शिकायतकर्ताओं के बयान लिए गए, लेखाधिकारी द्वारा बिल भुगतान के एवज में रुपए की मांग सामने आ रही है। जांच के बाद उन्हें प्रभार से हटा लिया गया है। वित्त भोपाल को पत्र भेजकर जांच की मांग की है तबादले के लिए पत्र भेजा है।