मध्यप्रदेश – सोमवार 8 फरवरी को ज्योतिरादित्य सिंधिया मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के साथ ग्वालियर प्रवास पर थे। इसके ठीक एक दिन पहले वहां कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई के कार्यकर्ता एक थाली में हल्दी और पीले चावल रखकर जयविलास पैलेस पहुंच गए और अतिथि शिक्षकों को नियमित कराने का वादा पूरा करने की मांग करने लगे। हल्दी और पीले चावलों के साथ अनोखा प्रदर्शन करने वाले यह सवाल भी पूछ रहे थे कि महाराज आप कब अतिथि शिक्षकों को लेकर सड़क पर उतरने वाले हैं?
दरअसल, कांग्रेस में रहते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इन शिक्षकों को स्थायी या नियमित कराने के लिए सड़क पर उतरने का ऐलान किया था। लेकिन इसी बीच मार्च माह में सिंधिया और उनके समर्थक भाजपा में शामिल हो गए। प्रदेश में अब भाजपा की सरकार है बावजूद इसके वादा पूरा न होने पर अतिथि शिक्षक और कांग्रेस दोनों ही सिंधिया को घेर रहे हैं।
अतिथि शिक्षक कह रहे हैं कि महाराज आप तो हमारे लिए सड़क पर उतरने का वादा करके राज्यसभा चले गए, लेकिन हम सड़क पर ही हैं, वहीं कांग्रेसी हल्दी और पीले चावल देकर वादा याद दिला रहे हैं। हालांकि महाराज की ओर से इसका कोई ठोस जवाब नहीं मिल रहा।
बता दे कि अगस्त 2020 में जब ग्वालियर में भाजपा का महासदस्यता अभियान चल रहा था, तब अतिथि शिक्षक ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिले थे और उनका नियमितीकरण कराने की मांग की थी। उस समय भी सिंधिया ने भरोसा देते हुए कहा था ‘हमारी पार्टी (भाजपा) अतिथि शिक्षक, अतिथि विद्वान और अंशकालिक शिक्षकों के नियमितीकरण की ओर ध्यान दे रही हैं।
इसके बाद सितंबर 2020 के तीसरे हफ्ते में यह शिक्षक ग्वालियर के फूलबाग में चल रहे आंदोलन के दौरान शिवराज कैबिनेट में मंत्री रह चुकीं सिंधिया समर्थक इमरती देवी से मिले, उस समय भी इमरती ने शिवराज सिंह और सिंधिया से बात कर मांग पूरी कराने के लिए आश्वस्त किया था, लेकिन आज तक अतिथि शिक्षक आज भी अतिथि ही हैं और नियमितीकरण की बाट जोह रहे हैं।