सीहोर नगर के सिटी केयर अस्पताल में बीते शनिवार को एक महिला की बच्चेदानी के आपरेशन के बाद मौत हो गई। इसके बाद महिला के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर आरोप लगाया कि महिला मरीज की मौत एक के बाद लगातार दस इंजेक्शन देने से हुई है। इसके बाद परिजनों ने महिला का शव कोतवाली चौराहे पर रखकर चक्काजाम कर हंगामा किया और अस्पताल प्रबंधन व दोषी डाक्टरों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। इस मामले में आयोग के माननीय अध्यक्ष न्यायमूर्ति नरेन्द्र कुमार जैन ने कलेक्टर तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सीहोर से एक माह में प्रतिवेदन मांगा है।
मृतक महिला के पति राजकुमार प्रजापति ने बताया कि विगत 22 जनवरी को वह अपनी पत्नी सावि़त्री बाई की बच्चेदानी के आपरेशन के लिए शहर के छावनी स्थित एक निजी अस्पताल सिटी केयर में गए थे। उनकी पत्नी का आपरेशन शाम को हो गया था। अचानक उनकी पत्नी को तकलीफ हुई, तो उन्होनें यहां पर मौजूद स्टाफ से कहा, लेकिन स्टाफ ने कोई भी ध्यान नही दिया। रात भर उनकी पत्नी दर्द के तड़पती रही, लेकिन कोई भी सुनने को तैयार नहीं था। उन्होने बताया कि अच्छे इलाज के लिए थे, लेकिन यहां के प्राईवेट डाक्टर बेहद लापरवाह साबित हुए।