तात्कालिन कलेक्टर पिथौडे के बाद पहले अफसर जो कर रहे है ग्रामीणों से सवांद

सीहोर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के उनके गृह जिला सीहोर को मॉडल जिले के रुप में विकसित करना चाहते हैं। स्वरोजगार, उद्योग, पर्यटन, बेहतर सडकें और उन्नत और सशक्त गांव। 
सीएम की मंशानुसार ग्रामों को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए जिले में पदस्थ्य जिला पंचायत सीईओ हर्ष सिंह और उनकी पत्नी अपर कलेक्टर गुंचा सनोबर जुट गए हैं। 
सीईओ हर्ष ङ्क्षसह गांवों में रात्रि चौपाल आयोजित कर ग्रामीणों से सीधा संवाद कर उनकी समस्याएं सुन निराकरण कर रहे हैं। 
जिले के अबीदाबाद, सेंदूखेडी, धौलपुर और चौरसाखेडी से दूरस्थ्य ग्रामों में श्री सिंह ने रात्रि चौपाल लगाकर उनकी समस्याओं को सुना। 
कोलार हाट और सीहोर में बेकरी यूनिट
श्री सिंह ने चर्चा में बताया कि कोलार डेम पर हाट भवन बनाने का प्रोजेक्ट तैयार किया जा सकता है। जिसमें स्थानीय लोगों द्वारा तैयार उत्पादों को रखा जाएगा। जिससे लोगों को रोजगार मिलेगा। वहीं सीहोर में १५ लाख की लागत से बेकरी यूनिट लगेगी। जिसे महिलाएं संचालित करेगी। 
जिले में पुराने महलों को पर्यटन से जोडने के लिए कार्ययोजना बन रही है। 
राजस्व बढेगा तो गांव होंगे सशक्त 
सिंह कहते हैं कि गांव का राजस्व बढेगा तो वह सशक्त होंगे। सीएम की मंशानुरुप प्रयास कर रहे हैं कि गांवों को आत्मनिर्भर बनाया जाए। छोटी छोटी उद्योग इकाई खोलकर स्थानीय ग्रामीणों को रोजगार कार्यक्रम से जोडने का प्रयास किया जा रहा है। जिससे लोगों को अन्य जिलों या फिर प्रदेश में काम के लिए न जाना पडे। खेती, जमीन और पशुधन से ग्रामीणों को अधिक से अधिक लाभ मिले तो वह आत्मनिर्भर और आर्थिक रुप से मजबूत होंगे। पंचायतों का राजस्व बढेगा तो गांव सशक्त होंगे। 

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