सेमरियावां ब्लॉक के दुधारा की रहने वाली सबा खुद की पढ़ाई के साथ ही समय निकालकर गांव की अन्य बेटियों को आत्मनिर्भर बना रही हैं। वह आस पड़ोस के गरीब परिवारों की बेटियों को सिलाई, कढ़ाई की ट्रेनिंग देने के साथ ही पढ़ने वाली बच्चियों को अंग्रेजी और कंप्यूटर की मुफ्त शिक्षा भी देती हैं।
पिछले दो साल में करीब सौ बेटियों को इन्होंने प्रशिक्षित किया है। सबा बताती हैं कि कक्षा 6 से 12 तक की पढ़ाई जवाहर नवोदय विद्यालय बस्ती से की। जवाहर नवोदय विद्यालय में दो वर्ष तक बालिका ग्रुप की हाउस कैप्टन रहीं। शिक्षा के समय से ही गांव की गरीब बच्चियों की समस्याओं को देख उन्हंे पढ़ाने और हुनर सिखाने का संकल्प ले लिया। इंटरमीडिएट की पढ़ाई के बाद स्नातक की डिग्री दिल्ली से ली। स्नातक के बाद घर लौटीं तो गांव और आस-पास की बेटियों को आगे बढ़ाने का बीड़ा उठाया।
अपने हुनर की बदौलत उन्हें सिलाई, कढ़ाई, संगीत का प्रशिक्षण देने लगीं। तमाम बेटियों को अंग्रेजी की शिक्षा दी ताकि इंटर की पढ़ाई के बाद उन्हें आगे कोई दिक्कत न हो। कोरोना लॉकडाउन के दौरान भी उन्होंने इस अभियान को जारी रखा। वर्तमान समय में बड़ी संख्या में लड़कियां हुनरमंद बन तरक्की की इबारत लिख रही हैं।